खुद को सौंप दे मुझें, सम्भालना है तुझे नज़रे मिलानी है तुझसे, समझना है तुझे बाहों में भर तुझे, साथ हँसना है रोना है जरूरतो की तेरी फेहरिस्त में अव्वल आना है थामना है तेरा हाथ कसकर और तेरा हो जाना है
सुनो सुबह उठना है तुम्हारे साथ देखने है तुम्हारे मनमोहक बिखरे बाल मुस्कुराना है तुम्हारी अधबन्द आंखों को देख चूमना है तुम्हारा माथा और समेटना है तुम्हे
सुनो तुम्हारे साथ बैठना है खुले आसमान में तारों की छांव के नीचे, अपनी उंगलियो से सवरना है तुम्हारी लहराती जुल्फों को, करीब से देखना है तुम्हारी चंचल झील सी आंखों को ओर खो जाना है उन में, हाथ थामना है तुम्हारा फिर कभी न छोड़ने के लिए।