कश्ती है पुरानी,
मगर दरिया बदल गया|
मेरी तलाश का भी तो,
जरिया बदल गया||
ना शक़्ल बदली,
ना ही बदला मेरा किरदार|
बस लोगो के देखने का,
नज़रिया बदल गया||-
परीक्षा में आये एक लम्बे सवाल की तरह|
बिना पढ़े ही हर किसी ने कठिन बता दिया||-
“हाल तुम्हारा किससे जाकर पूछें हम,
हम दोनों के बीच में कोई दोस्त भी तो नहीं|-
हल्की ठंड में तेरे इश्क़ की गर्माहट,
ये नवंबर भी बिल्कुल तुम सा आशिकाना है❤️💕-
झूठ कहते हैं कि “मोहब्बत” आँखों से शुरू होती है
दिल तो वो भी चुरा लेते हैं जो नजरें नहीं उठाते 💞-
मनमुटाव और नदी का उद्गम बहुत छोटा होता है,
किंतु जैसे-जैसे यह आगे बढ़ते हैं,
विशाल रूप धारण कर लेते हैं..।।-
🍁|| मैं शून्य ही सही तुम्हारी जिंदगी में,पर मेरी कोशिश रहेगी
तुम्हारे पीछे खड़े रहकर तुम्हारी कीमत बढ़ा सकूँ ||🍁-
बड़े सुकून से रहता है वो आजकल मेरे बगैर....!!
जैसे किसी उलझन से छुटकारा मिल गया हो उसे.....!!-
मै जिस भ्रम में हूं, उसे तोड़ दिया जाए|
जो मैं तेरे काबिल नही, फिर छोड़ दिया जाए||-
कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं
लोग हमें बिगड़ा हुआ जनाब कहते हैं
हम तो बदनाम हुए कुछ इस क़दर
पीयें पानी भी तो लोग शराब कहते हैं...!!!
कह दो लोगों से हमारी तक़दीर से जलना छोड़ दे
हम घर से दवा नही,
भगवान की दुआ लेकर निकलते है...
कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ,
तो भी कोई बात नहीं
वैसे भी हम ख़ुशियाँ रखते नहीं,
बाँट दिया करते है...-