Kabir Kandwal   (Kबीर)
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Standup Comedian & Writer
Joined 4 December 2016


Standup Comedian & Writer
Joined 4 December 2016
13 SEP 2019 AT 20:25

"I'll call you in sometime", She said two years back.

Still waiting...

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13 SEP 2019 AT 20:20

Weak human beings need rules to follow,
as they get confused, if left with morals.

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5 SEP 2019 AT 0:42

Char kadam, hatho me hath
2 pal me jiya, janmo ka sath
Kuch teri baat, kuch meri baat
Aisi thi kuch, wo apni raat.

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24 AUG 2019 AT 11:58

The reason Amazon Forest is set to fire is to get a land to setup a Beef Industry.
Now, The only way to save it is to send a Gau Raksha Dal to Brazil.

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12 AUG 2019 AT 13:21

जो जीना है, अभी जी लीजिए,
फिर तो बस, किस्से रह जाने है।

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8 APR 2019 AT 4:09

पैसें की कमी ने, पैशन की ज़्यादती पे ऐसा तमाचा मारा,
की हिम्मतों के बस्ते को, सपनों के खाली घर के सबसे ऊपर वाले आले में फेंक कर,
मैं फिर से चला गया वापस किसी और कि गुलामी करने, कुछ कमाने, कुछ बचाने।

गुलामी में मेहनत दिखाने की ठान ली है अब,
अपने बाप कि तरह
उस ही उम्मीद में की कल को जो आयेगा/आएगी, उसे ये सोच के ना अपने सपने पड़े दफनाने, की चलें
कुछ कमाने, कुछ बचाने।

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24 MAR 2019 AT 4:54

पहली नज़र में ही उससे प्यार हो गया था,
सीने से लगते ही उसके इजहर हो गया था.
बहुत प्यार करती थी, और आज भी करती है वो मुझसे,
उसकी बाहों में मेरा सारा संसार हो गया था.

लड़ते थे, झगड़ते थे, पर दिन ढलते सब सुलझ जाता था,
मेरे रोने पे रोती वो, मेरे हसने पे उसका दिन त्यौहार हो जाता था.
आज भी उतना ही प्यार है अपने बीच, बस दूरियां बहुत है कमबखत,
कैसी बेकाबू सी चीज़ है ये ज़िंदगी, है ना?
बचपन वो वापस आता नहीं, और बूढ़ी होती जा रही है मेरी माँ।

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9 MAR 2019 AT 6:15

जिंदगी के कुकर में बहुत प्रेशर है भाई,
अरमान उबल उबल के गल चुके हैं,
पर साली किस्मत की सीटी है कि बजती ही नहीं।
अब बस धमाके से फट्ट ही जाए तो ही बेहतर है।।

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20 FEB 2019 AT 2:56

फ़र्ज़
को हमेशा
गुरूर
से आगे रखना चाहिए

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20 FEB 2019 AT 2:50

तेरी जीत भी दगा दे जाएगी इक दिन तुझे गर,
तू तिकड़म से पहुंचा, न आया मेहनत से इधर।
देर लगेगी भले ही उसे अपनी पहचान बनाने में,
पर उसके जलवे से बर्बाद होजाएगा तेरा फरेबी नगर।।

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