कुछ ख्वाब संजोया था हमने बोलो तुमको याद है क्या? कुछ दर्द सुनाया था हमने बोलो तुमको याद है क्या ?? जब भींगे बालों में मैंने तुमको अपने छत से देखा था, कुछ वादा किया था हमने बोलो तुमको याद है क्या ??
हम हैं हर हर्फ़ से वाकिफ़ यहाँ सबको समझते हैं, ये कैसे लोग हैं जाना जो सिर्फ तुमको समझते हैं । अधूरी एक कहानी के सफल किरदार हम दोनों, जो बेसब्री के आलम में गुनहगार हमको समझते हैं ।।