Nishakant Chaurasia   (निशाकांत)
61 Followers · 81 Following

Persevering
1001 0001 0110 1001 0000 0100 0010 0000 1000 0010
Joined 15 February 2020


Persevering
1001 0001 0110 1001 0000 0100 0010 0000 1000 0010
Joined 15 February 2020
17 DEC 2020 AT 20:26

ये जान कर भी दिल सब कर बैठता है,
दिल है नादान बहुत।।

-


4 SEP 2020 AT 9:45

तेरी तसव्वुर भी हक़ीक़त लगती है मुझे,
क्या ये मेरे मोहाबत की पाकीज़गी है या,
मेरा पागलपन की हद।

तेरी खयाल भर से भी तिलमिला उठता हूं,
क्या ये मेरा कोई पाहन इम्तेहान है या,
गुज़रे इश्क़ की शहद।।

-


19 JUL 2020 AT 17:00

बहुत दूर है हम फासले मिटेंगे कैसे,
आ जाओ रात में यादों की बारात में,
हम तुझको आजमाना सीखेंगे कैसे,
सपनों का सिलसिला अगर टूटा तो,
बेपनाह जिंदगी हम जिएंगे कैसे,
यही तो एक बंधन बचा है हम में,
अगर ये धागा टूटा तो जिएंगे कैसे।।

-


6 JUN 2020 AT 7:33

ये बारिश की सुबह भी न बहुत प्यारी यादें लेके आती है,

सुबह तेरे नर्म होठों की गर्माहट मेरे गालों को छू जाती हैं,

फिर तेरी भीगी जुल्फों की बूंदें मेरे गालों को भीगती है,

आंखें खुलते ही एक मुस्कराता चांद सामने चमचमाता है,

ये तेरी सारी यादें मुझे एक अजीब एहसास दिलाता है ,

फिर मेरी विवश आखें सहसा यों ही नम हो जाती हैं,

क्या कोई वेबजह किसी को इस हद तक सताता है ।।।

-


21 MAY 2020 AT 15:43

आशिकाना हो रहा है दिल लेकिन ,
गुजरे गम पे पर्दा हम लगाएं कैसे ।
दिमाग से तो तू जा ही चुका है पर ,
दिल से तेरा एहसास मिटाएं कैसे ।।

-


6 APR 2020 AT 5:28

हवाएं ही कुछ यूं चली,
लूट गई मेरी हर गली,
ढूंढू अब उसे कहां मै,
न जाने वो है किसकी गली ।।

-


1 APR 2020 AT 23:35

बड़ी बेरूख़ी शाम है आज,
लगता है मेरा इम्तहान है आज,
वर्षों से छुपाया था जो दर्द कहीं ,
राज खुल रहा सरेआम है आज,

ऐसा हुआ गर फिर से यहां आज,
हो जाऊंगा फिर बदनाम मै आज,
कह दो वो रोक ले अपनी चमक,
वो आशिक कहीं गुमनाम है आज ।।

-


29 MAR 2020 AT 0:21

हवाओं में एक नशा सा है,
क्या फिर कोई गम बिखेरा है ,
काले बादल फिर से छा गए,
या उसके जुल्फ़ों का अंधेरा है,
हम तो बेवस हार ही गए थे ,
अब किसकी दुनिया उजाड़ा है,
हम तो बेशक वाकिफ है तुमसे,
फिर किसको तूने अब घेरा है ।।।



-


27 MAR 2020 AT 19:42

अब इन सब का क्या फायदा ,
रोना धोना हो जाय तो जरा सोचना ,
क्यूं ना घाव को ही मरहम बनाया जाय ।।

-


25 MAR 2020 AT 9:01

की यहीं उसकी आसमां
और यहीं उसकी जमीन है ।।

-


Fetching Nishakant Chaurasia Quotes