6 JUL 2018 AT 3:06

जो बिक सकता था मुझमें,
वो सब बाज़ारों में छ़ोड़ आये हैं,
दिल भी है नीलामी की फ़िहरिस्त में,
तुमसे इसकी कीमत पूछ़ने आये हैं.......

- Niraj_नायाब