तेरा ये जो प्रेम है बाहर से सख्त अंदर से नर्म है,
तेरी कठोरता मुझे तेरी निर्मलता के दर्शन करवाती है।
तुझे समझ के भी ना समझना ये मेरा प्रेम है,
तेरा हर बार समझाना ये तेरा स्नेह है ।
प्रेम शब्द का अर्थ मैंने तुझे मिलकर ही जाना है ,
प्रेम के भी अनेक प्रकार होते है ये तेरे प्रेम ने एहसास दिलाया है।
हम दोनो का ये जो प्रेम है ये अनमोल है अदभुत है अतुल्य है अलौकिक है,
दो शब्दों में इसका वर्णन करना हमारे इस प्रेम का अपमान होगा,
किंतु ये ना बताना की ये कितना पवित्र है,
ये तो कदापि संभव नहीं है।
जितना भी कह दूं की ये प्रेम अनोखा है,
बिना जताए ये अधूरा है।— % &
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