इमानदार को इमानदारी भी छूपा कर रखनी पडती हैऔर मक्कार की मक्कारी पर कोई आंख तक नही उठाता... -
इमानदार को इमानदारी भी छूपा कर रखनी पडती हैऔर मक्कार की मक्कारी पर कोई आंख तक नही उठाता...
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