निगाहें तेज़ हैं मेरी इनमें तलवार रखती हूँ दुश्मनों की समझ से दूरशक्ल दो- चार रखती हूँ ... - 🖋निहारिका नीलम सिंह
निगाहें तेज़ हैं मेरी इनमें तलवार रखती हूँ दुश्मनों की समझ से दूरशक्ल दो- चार रखती हूँ ...
- 🖋निहारिका नीलम सिंह