28 JUN 2017 AT 23:05

मर्यादा में सीता थी।
पतिव्रता भी सीता थी।
पराए मर्द को देखा भी नहीं,
हाँ, वह सीता ही थी।
पति की आज्ञा का पालन करती,
हाँ, वह सीता ही थी।
इतनी पावन होने पर भी,
अग्नी परीक्षा सीता ने दी।
बारम्बार अपमानित होकर भी
पत्नीधर्म की लाज रखी।

कभी ना ऐसा कर्म किया
जिससे रघुकुल पर आँच आए।

इतने त्याग के पश्चात भी
मर्यादा पुरुषोत्तम "राम" कहलाए।

- the_scintillation ♡