27 JUL 2017 AT 13:11

मीलो दूर है वो मुझसे
फिर भी मुझे देखते है
हर रोज शाम ढलते ही
मुझसे बाते भी करते है

न हमे आँखों की जरुरत है
न जुबा की जरुरत पड़ी
तारो की रौशनी में
वो आज भी मुझे निहारते है


- Neha Saraf