18 JUL 2017 AT 21:46

एहसासों के बीज से

सींचा है तुम्हारी यादों को, कान्हा.......!

बस इसी उम्मीद में की

एक दिन तुम भी मिल ही जाओगे........

- स्वअनुभव की स्याही से✍🙏