Neha Kumari   (©N.k(सरगम))
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Joined 21 February 2018


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24 AUG 2020 AT 17:19

मैनें उस दिन सूरज चखा था
जब प्रेम का बोसा मेरे माथे सजा था।

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5 AUG 2020 AT 14:30

तुमने कभी पहाड़ की किसी ऊंचाई से आवाज़ लगाई है।
तुम्हे कभी अपनी 'ईको' सुनाई दि है?
मुझे नहीं सुनाई देती। क्या मेरी अपनी कोई आवाज़ नहीं है।
वास्तव मे वो पहाड़ी, पहाड़ी नहीं है
वो संभावनाओं का टील्हा है।
जहाँ केवल आजा़द आवाज़ें बुलंद होती है।
थके हारे कितनी भी तेज़ आवाज़ लगाऐं,
वो आवाजें कभी उस रेंज' तक नहीं जा पाती जहाँ से वो लौट आए।
कुछ आवाजें गुम हो जाती है , हवा में तैर रहे, न दिखने वाले मॉलिक्यूल्स के अनगिनत 'ब्लैक होल' में ।

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13 JUL 2020 AT 15:45

उतरेंगे संग समुद्र की गहराईयों में
प्रेम के धरातल पर, सीपियों से घर बनाएंगे !

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1 APR 2020 AT 0:43

तुम्हारी 'दुनिया' जो बही जा रही है सैलाब में,
मेरा यकीन है वो मेरी आंखों के साहिल पे आकर दम लेंगी।
तुम डरना मत,
मेरी बाहें तुम्हारे हिस्से के सारे सितम लेंगी।

#साथी

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31 MAR 2020 AT 2:01

जब दुनिया खत्म हो रही होगी,
सब भाग रहे होंगे...
मै रुक जाऊंगी
बच जाऊंगी
.
.
.
तुम्हारी बांहों में।

#तुम_घर_हो_मेरा

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27 MAR 2020 AT 13:43

ये गंभीर मिजा़जी लड़का, जब बेबाकी से हंसता है,
इंद्रधनुषी रंग बिखेर देता है
मन करता है काजल बन कर इसकी आँखों में बस जाऊं।
जब बहकूं तो, उस पर फूल बनकर झड़ जाऊं।

#हंसता_लड़का

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4 MAR 2020 AT 3:29

जब हमें पुत्री रत्न की प्राप्ती का सुख मिला, तो हमने अपनी साथी से पूछा कि बताईए बेटी का क्या नाम रक्खा जाऐ । तो जो बातें हुईं वो कुछ ऐसी थीं
सागर:- बताईये कोई नाम सोचा है आपने?
वाणी:- नहीं।
सागर:- तो अब सोच लीजिए।
वाणी:- हम सोच रहें है बेटी का नाम आप ही रखिये और कोई ऐसा नाम रखिये जिससे आप हमेशा से जुड़ना चाहते थे पर चाहत अधूरी रह गई।
सागर:- (हंस्ते हुए) ये खूब तरीका निकाला है आपने हमारा अतीत जानने का।
वाणी:- नहीं जनाब! हम तो बस, सजैस्ट कर रहे थे, आप ही का फायदा है उनके नाम के साथ आपका नाम हमेशा के लिए जुड़ जाऐगा और आप हर दिन पूरे हक के साथ उनका नाम ले पाऐंगे।
और हमारा फायदा ये, कि अब तक जो केवल आपकी रहीं , आपके ख्यालों में, वो अब से हमारी भी हो जाएंगी।

#अर्धांगिनी

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4 SEP 2019 AT 9:50

अंदर लावा फटता है तो
आंसुओं से बुझा देते है
जब आँखें थक कर चुप होतीं हैं
कागज़ थोड़ा भिगा देतें है।

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22 AUG 2019 AT 1:27

जैसा हम कर बैठे
उनसे भी थोड़ा हो पाता

ज्यादा न सही थोड़ा ही
किसी ओर से हमारा नाम सुनके
काश! उनका दिल भी धड़क जाता

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28 JUL 2019 AT 16:18

बिना चाहे तुम्हें हम मिल ही जाएंगे
ये सब्र रखना छोड़ दो।
हम कहाँ है ?, कैसे है ?, किस हाल में ?
हमारे होने न होने कि
अब खबर रखना छोड़ दो।

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