दुनिया को छोड़ कर, खुद से ही जीत जाना है..! इर्ष्या, मोह से दूर हटकर, अध्यात्म को अपना बनाना है..! अज्ञान से ज्ञान की ओर जाना है और बस "राम" का हो जाना है.!!
एक ख्वाब था तारों छाई रात तले मिले थे हम एक पल के लिए कहा था तुमने मुझ पर यकीन रखना.... फिर कभी मिले नही तुम न ख्वाब में न हकीकत में बस उसी ख्वाब की उँगली थाम चल रहा हूं दुनिया को भीड़ को चीरता हुआ तुम्हारे साथ का अहसास लिए कई सदियों के लिए...!!
कभी गुस्सा करता हूँ सवाल पूछता हूँ..! बेशक तुम समझदार हो.. पर पॉवर वाले चश्मे से देखी है मैंने दुनिया इसलिए तुम्हारे लिए डरता हूँ...!! "पापा"❤️ Happy father's day
जल्दी से जल्दी पहुंचने की जल्दी में हर बड़ी जल्दी को...
और बड़ी जल्दी में बदलने की लाखों जल्दबाज मशीनों का हम रोज आविष्कार कर रहे हैं ताकि दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ती हुई हमारी जल्दियां हमें जल्दी से जल्दी किसी ऐसी जगह पर पहुंचा दें
जहां हम हर घड़ी.. बस जल्दी से जल्दी पहुंचने की जल्दी हो..!!