मर्ज़ी एक सुखद भ्रम है। -
मर्ज़ी एक सुखद भ्रम है।
-
कल मतलबी होना है आज मीठा बोल लेते हैं। -
कल मतलबी होना है आज मीठा बोल लेते हैं।
कभी - कभी अंधेरा रोशनी की नई उम्मीद देता है, -
कभी - कभी अंधेरा रोशनी की नई उम्मीद देता है,
रंगों से भरी दुनिया में,अगर हम काले को सुंदर कहते,तो नस्लवाद मानवता पर हावी न होता। -
रंगों से भरी दुनिया में,अगर हम काले को सुंदर कहते,तो नस्लवाद मानवता पर हावी न होता।
शोर सी भरी दुनिया में,कुछ खूबियां उनसे उधार लूं,कुछ कहूं भी ना और सब कह जाऊं। -
शोर सी भरी दुनिया में,कुछ खूबियां उनसे उधार लूं,कुछ कहूं भी ना और सब कह जाऊं।
मैं कुछ नहीं,मैं बहुत कुछ हूं,ये फ़र्क कुछ खोने से पता चलता है। -
मैं कुछ नहीं,मैं बहुत कुछ हूं,ये फ़र्क कुछ खोने से पता चलता है।
इश्क़ में जान जाते जाते जाती है,जो इश्क़ ना तो तन्हाई मार डालेगी। -
इश्क़ में जान जाते जाते जाती है,जो इश्क़ ना तो तन्हाई मार डालेगी।
मां से जीवन।मां से जीवन,जीवन में संघर्ष,संघर्ष से ज्ञान,ज्ञान से मुक्ति, मुक्ति से शांति,शांति का सुख,सुख से मोह,मोह से दुख,दुख में मां,मां से जीवन। -
मां से जीवन।मां से जीवन,जीवन में संघर्ष,संघर्ष से ज्ञान,ज्ञान से मुक्ति, मुक्ति से शांति,शांति का सुख,सुख से मोह,मोह से दुख,दुख में मां,मां से जीवन।
जो भी पास है मेरे,जो दूर चला गया है,अब तक ज़हन में है। -
जो भी पास है मेरे,जो दूर चला गया है,अब तक ज़हन में है।
तेरे शहर में आज भी हूं मैं,तेरी आदत अब भी नहीं गई,ये आलम तो तब भी था,बस अब तेरा दीदार नहीं होता। -
तेरे शहर में आज भी हूं मैं,तेरी आदत अब भी नहीं गई,ये आलम तो तब भी था,बस अब तेरा दीदार नहीं होता।