30 JUN 2018 AT 22:45

कुछ दूर सही कुछ पास सही।
कुछ भी हो बस एहसाह यही।।
फिर जो भी हो अपना या पराया।
सबको खुश रखने की चाह रही।।

- ॐ शांdilya