जिन चेहरों को हंसाया करता उनपे बेवसी दे गया
अरे यूँ के करा तू सबकी हँसी ले गया
पीना तने सीखाये जीना तने सीखाये
इब या किसी गलफंसी दे गया
अरे यूँ के करा तू सबकी हँसी ले गया
ना गरूर था बस भाई चारे का सरूर था
दिखा सच्चाई जिंदगी की कैसी मयकशी दे गया
अरे यूँ के करा तू सबकी हँसी ले गया
सारया की आड़ जमा ठाडे तेरे लाड
महफिल छोड यारा की याद दिलबसी दे गया
अरे यूँ के करा तू सबकी हँसी ले गया
जात पात ऊँच नीच सब गेल रांध के
तेरी ज्यूं कुन रखेगा सबने बाँध के
दुख सबने अर माँ ने आंसुओ की दुर्दशी दे गया
अरे यूँ के करा तू सबकी हँसी ले गया-
खुद ही को लोग चुतीया बनाते हैं
ज़िन्दगी मे एक साल कम होने को
Bday बोल खुशियाँ मनाते हैं-
कौन सा है वो गम जो आजतक हमे लगा नहीं
मेरी जाँ इस जमाने मे पैसे बिना कोई सगा नहीं-
मैं मर रहा हूं उस शक्स के लिए
जिसे मैंने अपनी बातों मे जिंदा रखा है-
प्यार मे हर कोई चोर ही होता है
फोन पे कोई दिल मे कोई
और बिस्तर पे कोई और ही होता है-
रुकी मेरे लिए थी अब धड़कने लगी वो
प्यार से अब मुझे Ignorance मे जकडने लगी वो
हाथ पकड़ के कल ही ले गयी थी जमाने से दूर
जाने क्या हुआ हाथ छोड़ मेरी गलतिया पकड़ने लगी वो-
व्यस्त आपा मने ठाली कर लिया
उसके लबों का हर लफ्ज़ कवाली कर लिया
हरा था आंगन दोस्तों से मेरा
एक फूल के लिया मैंने अपना घर खाली कर लिया-
खुद गिर के दूसरों को संभाला करता है
काम कुछ यूं वो निराला करता है
जीते है यहां सभी अपने लिए
रवि तो वो है जो खुद जलकर दूसरों की
ज़िन्दगी मे उजाला करता है-
जिम्मेदारियों पे हम यूँ कुर्बान हो गए
कि अपने ही घर के मेहमान हो गए-