4 JUL 2017 AT 0:53

सुनो, कभी फ़ुरसत मिले
तो दो पल ठहर कर हमारी ओर भी देखना।

तुम तो हमें तबाह कर चल दिये।
और एक हम हैं जो उस बरबादी को तुम्हारी सौगात समझ कर
आज तक अपने सीने से लगाए बैठे हैं।

- Nandini