Naman Gupta   (नमन गुप्ता!!!)
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Joined 4 February 2018


Joined 4 February 2018
6 FEB AT 23:53

उसे गुलाब देकर कोई क्यों शर्मिंदा होगा,
वो खुद महक है, गुलाब की ख़ुशबू से भी ख़ूबसूरत।
चाहे उसे दूँ सारा जहाँ, फिर भी कम पड़े,
क्योंकि उसका होने का अहसास ही है एक अद्भुत तोहफ़ा।

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8 MAY 2024 AT 11:21

मैंने हर बार खोया है खुदको तुझमें,
मैं हर बार मिलता हूं तुझसे कुछ नया सा।

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8 FEB 2024 AT 14:36

मुझे जान ना है तुम्हे वहां से जहां से जानती हो तुम खुदको।

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5 FEB 2024 AT 14:10

आदर्शवाद से किताबें चलती है जिंदगी नही।

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22 JAN 2024 AT 15:18

ये युद्ध अभी अधूरा है,
अधूरी सफलता है , है अभी अधूरा यशगान सही,
राम लला अभी विराजे है,
महादेव, गोपाल नही,
ये अधूरी यशगाथा को हावी मत होने देना,
लिया है संकल्प जो उसको क्षीण नही पड़ने देना,
नही भूलने देना है काशी, मथुरा की यादों को,
नही भूलने देना है केशवदेव की प्रतिमाओं को,
हम नही भूलने देंगे की काशी मथुरा में मंदिर ढहाया है,
राम लला का मंदिर ही अभी भव्य बनाया है,
हम सब मिलकर के फिर संकल्प पुनः दोहराएंगे,
जैसे अवध सजाई है, काशी मथुरा सजाएंगे।

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21 JAN 2024 AT 15:46

२२ जनवरी सिर्फ तारीख नही,
राष्ट्र गर्व का मौका है,
मंदिर बना श्री राम का,
हर हिंदू आज चौड़ा है,
मंदिर नहीं ये किसी दल का,
और ना ही किसी व्यक्ति का,
कार सेवकों के लहू से सींचा,
हर हिंदू की श्रद्धा का,
जो बोल रहे थे हम मंदिर निर्माण नहीं होने देंगे,
रामलला को तंबू से बाहर नही होने देंगे,
जो ताने कसते थे मंदिर पर, मंदिर वही बनाएंगे पर तारीख नही बताएंगे,
वो जाकर देखे २२ जनवरी को प्रधानमंत्री जी जायेंगे,
सौगंध राम की खाई थी उसको पूर्ण करवाया ,
जहां हुए जन्म राम वहां मंदिर भव्य बनाया है।

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31 DEC 2023 AT 20:48

२३ खत्म होने को है अब २४ की बारी है,
कुछ सपने पूरे हुए जरूर कुछ सपनो की बारी है,
कुछ बदलाव अभी आया है थोड़ा अभी भी बाकी है,
अर्ध विराम तक बात हुई है पूर्ण विराम बाकी है,
कुछ रिश्तों को जीया है कुछ की अबकी बारी है
२३ खत्म होने को है अब २४ की बारी है।

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30 DEC 2023 AT 23:06

हिंदी साहित्य में आज कल नए नए लोग बहुत प्यारा लिख रहे है। बड़े नामों के पीछे नहीं अच्छी किताबों को पढ़ो। गद्य में वैसे भी काफी कुछ लिखा जा रहा है। काफी कहानी, उपन्यास बहुत सलीके से लिखे जा रहे है जिसमे रोचकता के नाम पे कुछ भी नही परसो जा रहा। वरना आजकल बहुत से लेखक उपन्यास के नाम पे प्रेम और शारीरिक संबंध के विषय पे ही लिखते नजर आते है। अच्छी कहानी उपन्यास को पढ़ो, ढूंढो, आपस में साझा करो। गद्य लिखना मेरे लिए कठिन है में कविता वाला आदमी हूं।

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30 DEC 2023 AT 0:07

किसी इंसान से प्रेम करने से पहले आपको ये सीखना होगा की आप खुद से प्रेम कैसे कर पाओगे अगर आपको उस इंसान से प्रेम नहीं मिला तो।

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29 DEC 2023 AT 0:10

आप जानते है मेरे बारे में,
जरा आइए,
कुछ वक्त बिताइए,
मुझे बताइए कुछ मेरे बारे में।

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