20 JUL 2018 AT 16:49

...........घना रिश्ता...........© #

मेरे पैर तो चलते है ,तेरी छाँव के पीछे

न जाने क्यो,.वोह न तुम्हे देख पाते है

तेरी हँसीकी चाहत,तेरी हँसीका रूतबा

कभी वो दौडते,कभी वही थम जाते है

"दिल दर्दी हैद्राबादी"
नागेंद्र प्रभाकर दीक्षित,हैद्राबाद

- "Yogi9","DD Hyderabadi"