तरस गया है पुरा आलम पाने कतरा-ए-सीरत-ए-रसुल-ए-खुदा,करम खुदा का शाह-ए-आलम आपने सुरत-ए-रसुल पाई है-: गुलाम-ए-रसुल-ए-खुदा :-मुजाहिद का सलाम कूबूल कराे - मझ्ह
तरस गया है पुरा आलम पाने कतरा-ए-सीरत-ए-रसुल-ए-खुदा,करम खुदा का शाह-ए-आलम आपने सुरत-ए-रसुल पाई है-: गुलाम-ए-रसुल-ए-खुदा :-मुजाहिद का सलाम कूबूल कराे
- मझ्ह