25 FEB 2018 AT 16:49

तरस गया है पुरा आलम पाने कतरा-ए-सीरत-ए-रसुल-ए-खुदा,

करम खुदा का शाह-ए-आलम आपने सुरत-ए-रसुल पाई है


-: गुलाम-ए-रसुल-ए-खुदा :-
मुजाहिद का सलाम कूबूल कराे

- मझ्ह