अपने ही आंसुओं से बुझाती हूँ दिल के अंदर मोहब्बत की मज़ारपर जो रोज दीया जलाती हूँ - m a m t a
अपने ही आंसुओं से बुझाती हूँ दिल के अंदर मोहब्बत की मज़ारपर जो रोज दीया जलाती हूँ
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