जिस्मानी नहीं, आज मोहब्बत रुहानी करते हैं,आंखों से चूमते हैं, होंठों को आराम देते हैं। - Munish K Attri
जिस्मानी नहीं, आज मोहब्बत रुहानी करते हैं,आंखों से चूमते हैं, होंठों को आराम देते हैं।
- Munish K Attri