तुम साथ हो तो मुक़्क़दर पर है हुकूमत अपनी;तेरे बिन जिंदगी की औकात ही क्या है ?? - मुनेश्वर
तुम साथ हो तो मुक़्क़दर पर है हुकूमत अपनी;तेरे बिन जिंदगी की औकात ही क्या है ??
- मुनेश्वर