30 MAY 2017 AT 14:57

(मोहब्बत पर #८)

नाराज़गी नाजायज़ नही आपकी ,
कि हमेशा आपको हमसे,
शिकायत ही क्यों नसीब हो।
करें क्या हुज़ूर, सिवाय आपके,
है कौन,यूँ अपना,
सब कुछ बाँटने को?

- bankachaand