1 FEB 2018 AT 17:52

बिकता है गम हुस्न के बाजार में लाखों दर्द छुपे होते हैं एक छोटी सी इंकार में वह क्या समझेंगे प्यार की कशिश को जिन्होंने फर्क ही नहीं समझा पसंद और प्यार में

#बज़्म #बाँसुरी

- MomeenaBano