4 MAR 2018 AT 13:06

तेरे लिए शहर में...कत्लेआम कर दूँ दोस्त...👍
खंजर हूँ...बस...आकर कभी धार लगा दे...🔪
ये बहाने वहाने मत कर...मुझसे कभी तो मिल...💐
हिसाब बहुत हो गया है...उधार चुका दे !😊

- मोहित 'गुमाँवाला'