तेरे लिए शहर में...कत्लेआम कर दूँ दोस्त...👍खंजर हूँ...बस...आकर कभी धार लगा दे...🔪ये बहाने वहाने मत कर...मुझसे कभी तो मिल...💐हिसाब बहुत हो गया है...उधार चुका दे !😊 - मोहित 'गुमाँवाला'
तेरे लिए शहर में...कत्लेआम कर दूँ दोस्त...👍खंजर हूँ...बस...आकर कभी धार लगा दे...🔪ये बहाने वहाने मत कर...मुझसे कभी तो मिल...💐हिसाब बहुत हो गया है...उधार चुका दे !😊
- मोहित 'गुमाँवाला'