4 JUL 2018 AT 20:29

आज बहुत रोया तुझे याद करके...
तू होती गर...इन महफ़िलो की जरूरत न पड़ती...
मुझे मंजूर था तेरे हाथो से कत्ल अपना...
तू करती गर...मुझे कातिलों की जरूरत न पड़ती...😢

- मोहित 'गुमाँवाला'