तुम पलटते तो देखते शाकिरउसने मुड़कर दोबारा देखा था -
तुम पलटते तो देखते शाकिरउसने मुड़कर दोबारा देखा था
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मांग कर शायरी से कुछ मोहलतअपना घर बार देखना है मुझे -
मांग कर शायरी से कुछ मोहलतअपना घर बार देखना है मुझे
कोई दिलबराना ग़ज़ल कह रहा हैये मौसम सुहाना ग़ज़ल कह रहा है -
कोई दिलबराना ग़ज़ल कह रहा हैये मौसम सुहाना ग़ज़ल कह रहा है
हमारी बस्ती से लश्कर ये कह के लौट गयाचलो यहां से यहां सरफ़रोश रहते हैं -
हमारी बस्ती से लश्कर ये कह के लौट गयाचलो यहां से यहां सरफ़रोश रहते हैं
हमारे घर में ये तहज़ीब अब भी ज़िन्दा हैबुज़ुर्ग बोलें तो बच्चे ख़मोश रहते हैं -
हमारे घर में ये तहज़ीब अब भी ज़िन्दा हैबुज़ुर्ग बोलें तो बच्चे ख़मोश रहते हैं
ग़म है क्या,क्या खुशी,समझता हूंतुझको ऐ ज़िन्दगी,समझता हूं -
ग़म है क्या,क्या खुशी,समझता हूंतुझको ऐ ज़िन्दगी,समझता हूं
उसने जाते हुए जब मुझको पलट कर देखामैंने उन झील सी आंखों में समन्दर देखा -
उसने जाते हुए जब मुझको पलट कर देखामैंने उन झील सी आंखों में समन्दर देखा
तुम्हें भी भीड़ से डर लगता हैमुझको भी इश्क़ है तन्हाई से -
तुम्हें भी भीड़ से डर लगता हैमुझको भी इश्क़ है तन्हाई से
अब ये दर उस पे खुल नहीं सकताउस से कह दो कि दूसरा देखे -
अब ये दर उस पे खुल नहीं सकताउस से कह दो कि दूसरा देखे
मैं जिसकी याद में खोया हुआ थावो मेरे रू-ब-रू बैठा हुआ था। -
मैं जिसकी याद में खोया हुआ थावो मेरे रू-ब-रू बैठा हुआ था।