आप भी तरक्की की किताब देखिए
पिछले पांच बरसों का हिसाब देखिए,
आधी सबकी देखिए कमाई हो गई
ऊंची आसमानों से महंगाई हो गई,
कह दो सब से कोई भी न ख़्वाब देखिए,
पिछले पांच बरसों का हिसाब देखिए,
दहका नौजवान सब बेहाल हो गए,
अच्छे अच्छे भी तो फटे हाल हो गए,
बढ़ता चारसू अब इंकिलाब देखिए,
पिछले पांच बरसों का हिसाब देखिए,
ज़िन्दगी हर एक की मज़ाक हो गई,
बे सबाब बच्चियां भी ख़ाक हो गईं,
नियतों को होता अब ख़राब देखिए,
पिछले पांच बरसों का हिसाब देखिए,
मज़हबों की भेंट हिन्दुस्तान हो गया,
दरिंदा अब आज का इंसान हो गया,
माब लिचिंग का नज़ारा बेहिसाब देखिए,
पिछले पांच बरसों का हिसाब देखिए,
नफरतों का अब तो ये दयार हो गया,
हर दिल से ग़ायब अब तो प्यार हो गया,
दस्त ए जामीं में ये टूटता गुलाब देखिए,
पिछले पांच बरसों का हिसाब देखिए,
मोहम्मद राफे जामी
दहका =किसान
दस्त= हाथ— % &
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