वो अकबर-ए-जहां बन गएमेरे बदन पर हुकूमत करके - अभिषेक मिश्रा 'अलग'
वो अकबर-ए-जहां बन गएमेरे बदन पर हुकूमत करके
- अभिषेक मिश्रा 'अलग'