जानवर हूँ
इंसान ना समझ
विश्वास कर

तेरे घर की
रखवाली करूंगा
आखिरी तक

तेरे घर की
सुरक्षित रखूंगा
बहू - बेटियाँ

तेरे घर का
मान नहीं टूटेगा
मेरे रहते

विश्वास कर
जानवर ही हूँ मैं
इंसान नहीं

- अभिषेक मिश्रा 'अलग'