देखो आँशुओ के साथ ये ख्वाब कितनी तेज़ी से बह रहे है,लेहरो की तरह आते है पर जा नहीं रहे ,कोई तो रोको इन्हे ,देखो मैं कितना खुश हु ,नैना तुम्ही बुरे हो। - कमल की कलम से।
देखो आँशुओ के साथ ये ख्वाब कितनी तेज़ी से बह रहे है,लेहरो की तरह आते है पर जा नहीं रहे ,कोई तो रोको इन्हे ,देखो मैं कितना खुश हु ,नैना तुम्ही बुरे हो।
- कमल की कलम से।