तुम शायद किसी दूर प्रदेश की रानी हो या मेरी नानी की वो सुंदर कहानी हो किसी स्वर्ग की अप्सरा सी न्यारी हो या मेरे ख़ूबसूरत ख़्वाबों की कहानी हो तुम कशिश हो शायद मेरी कोशिश की या दूर घोंसले में बेठी कोयल की वाणी हो तुम प्रेरणा हो मेरी हर कहानी की या सिर्फ़ मेरे कलम के ज़ुबानी की तुम शायद किसी दूर प्रदेश की रानी हो या मेरी नानी की वो सुंदर कहानी हो
की मेरी मोहब्बत ने कह दिया कि जाओ तुम आज़ाद हो तुम अपनी नयी कहानी बुनो तुम तो एक बहते ख़्वाब हो
मैंने उसकी ओर देखा और मुस्कुरा कर बोला कि मेरी तो हर कहनी का पात्र तो तुम हो आज़ाद तो हूँ लेकिन आज़ादी का अहसास तो तुम हो अरे माना ख़्वाब तो मेरे बहने लगे लेकिन उसकी लगाम तो तुम हो
दुनिया को रंगीन बनाने वाला कलाकार अगर रंगीन कपड़ा नही पहनेगा तो क्या पहनेगा, काला या सफेद........... जिस काले समाज ही हम बात करते है वही एक दिन सफेद चादर मे ले जाएगा। बात तब समझ आएगी।