21 JUN 2018 AT 22:05

गम नही हमे ठुकराये जाणे का 
गम तो हैं तूम्हे चोट लगणे का...
क्यूँकी 
ठुकराया हुवा पथर आगे तो चला जाता है...
लेकिन ठुकराने वालो को चोट पाहुचाता हैं...


- मिनल सुभाष