सुनो! उतनी दफ़ा इश्क़ होता है मुझे खुद सेजितनी दफ़ा तेरी नज़रों से खुद को देखा हैआईने से आँखों की दूरी मुझे रास नही आती - मिनाक्षी -एहसासनामा
सुनो! उतनी दफ़ा इश्क़ होता है मुझे खुद सेजितनी दफ़ा तेरी नज़रों से खुद को देखा हैआईने से आँखों की दूरी मुझे रास नही आती
- मिनाक्षी -एहसासनामा