25 FEB 2018 AT 22:57

जो मैं कागज़ ,तो तू मेरी लिखाई
मेरे जिस्म की जैसे तू परछाई..!!

जो मैं खेत ,तो तू मेरी रोपाई...
मेरे जिस्म की जैसे तू परछाई.....!!

जो मैं पर्वत,तो तू मेरी चढ़ाई...
मेरे जिस्म की जैसे तू परछाई....!!

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