तेरे हर अक्स से ,खुद को कुछ यूं,खबरदार रखती हूँ,तेरे हर वार से पहले,खुद को तलवार सा,धारदार रखती हूँ, - मिहिर
तेरे हर अक्स से ,खुद को कुछ यूं,खबरदार रखती हूँ,तेरे हर वार से पहले,खुद को तलवार सा,धारदार रखती हूँ,
- मिहिर