Mehak Nayyar   (M@hï)
211 Followers · 250 Following

Logophile💕 pick your own words...write your own story ❣
Joined 20 June 2017


Logophile💕 pick your own words...write your own story ❣
Joined 20 June 2017
13 FEB 2021 AT 23:28

Mountains, backpack, gushing wind.

-


11 FEB 2021 AT 10:48

शायद तुम्हारा अपना कुछ कम होजाए

-


9 FEB 2021 AT 21:16

One's belief over oneself throughout life.

-


8 FEB 2021 AT 23:58

I praise the way you've survived so far!

-


8 FEB 2021 AT 20:30

मैं, मेरे ख़्याल और उन्हें सुनती दीवारें

-


7 FEB 2021 AT 22:27

Hiding secretly some where in my book
Sharing it's aroma with those pages
Sticking to those words that spell of a tale
A tale that carried me
A tale that carried you
A story that connected our hearts
And ended at breaking it too !

-


7 FEB 2021 AT 21:13

Travel, strangers, mountains !!!

-


6 FEB 2021 AT 22:30

सब मतलब के यार है!

-


1 MAY 2020 AT 16:14

ज़िन्दगी हम तेरे मजदूर,
तुझे बनाने में लगे हैं...
हज़ारों ख्वाहिशे लेके,
हर दिन तुझे आज़माने में लगे है।
ज़िन्दगी हम तेरे मजदूर...

वक़्त फिसला,
और मेरे साथ साथ तू भी बड़ी होगयी...
सपनो के कुछ टूटे हुए पत्थरो के बीच भी देख...
तू किस ताकत से ख़ड़ी होगयी।

कभी धूप दिखाई खुशियों की,
तो कभी गमो की बारिशो से ढका है मुझे,
मेहेरबानी, एहसान है तेरे उन कमरों का...
जिहोने हर हाल में प्यार से संजो कर रखा है मुझे।
न जाने कितनी मुश्क़िलो से झूझ कर हमने...
एक दूसरे का साथ निभाया है...
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना,
मुझे तुझसे ही तो आया है।
हाँ...कुछ छेद अभी भी रह गए है दीवारों में भरने को...
मगर मेहनत जारी हैं, यकीन रख,
है जबतक तू साथ मेरे लड़ने को।

चल ए ज़िन्दगी , बेख़ौफ़ होकर फिर आगे बढ़ते है...
कला और कलाकार के जैसे एक दूसरे से फिर इश्क़ करते है।
मैं तुझे सवारूँगा हर रोज़,
तू मुझे संभाल लेना
कभी जो थक जाऊ मैं,
तो मुझे बस इतना खयाल देना...
की कितने दिनों का सुकून और कितनी रातो की नींद गयी है तुझे यहाँ तक लाने में,
मेने खुद को झोंक दिया है, ए ज़िन्दगी तुझे घर बनाने में

ज़िन्दगी हम तेरे मजदूर।



-


1 APR 2020 AT 20:51

Unspoken words become silence and silence hides inside as a storm...and storm, however, passes soon but, is very powerful, to destroy self n everything around.

-


Fetching Mehak Nayyar Quotes