13 OCT 2017 AT 4:59

जबां पे लग जाये जो और कभी न छूटे वो इश्क़ हो तुम
मेरे आब-ए-चश्म की हर बूँद की ख़्वाहिश हो तुम

कत्ल कर दो मुझे, फिर भी सोचूँ तुम्हे ऐसी परस्तिश हो तुम...

- Manvi Verma ©