अदद सुकून की मांग की इस ज़िंदगी ने,ग़र जानते होते कि शाम-ओ-सहर बेचैनी में कटेंगे,तो दिल न लगाते... - Manvi Verma ©
अदद सुकून की मांग की इस ज़िंदगी ने,ग़र जानते होते कि शाम-ओ-सहर बेचैनी में कटेंगे,तो दिल न लगाते...
- Manvi Verma ©