ज़िन्दगी उन सांसो की मोहताज़ है जिन्हे हवा ना घर में मयस्सर है ना आकाश तले खुली सड़को पर अब समझा दोज़ख किसे कहते है - Manjula Shaah
ज़िन्दगी उन सांसो की मोहताज़ है जिन्हे हवा ना घर में मयस्सर है ना आकाश तले खुली सड़को पर अब समझा दोज़ख किसे कहते है
- Manjula Shaah