7 MAR 2018 AT 22:18



 

मैं तुझे जानती नहीं 
मैं तुझसे मिली भी नहीं 
क्या खास है तेरी शख्सियत में 
तेरी किताबों की गिरफ्त में 
जकड़ी हूँ अभी तक 
पहले पन्ने में अज़ीम शायर से मिली थी 
आखिरी पन्ने में बेहतरीन इंसान से 

- Manjula Shaah