हमने तेरे पहलू में,खुद को मुकम्मल पाया,तू बिछड़ा जब भी मुझसे,महफिलों में भी खुद को तन्हा पाया! - अमनअजनबी ManjeetSingh
हमने तेरे पहलू में,खुद को मुकम्मल पाया,तू बिछड़ा जब भी मुझसे,महफिलों में भी खुद को तन्हा पाया!
- अमनअजनबी ManjeetSingh