1 OCT 2021 AT 17:23

बादलों की रौनक
आँखों में सपने हज़ार लेकर,
चले हैं कई विचार लेकर।
रौनक है हर जगह बादलों की
हम चले हैं,
बादलों को साथ लेकर
रास्तों पर बिजलियाँ गिरा कर,
चले हैं हम,
रास्ते बनाकर।
बादलों की रौनक
साथ लेकर।

- Manisha kumari