हकीकत में हकीकत किसी को नहीं सुननी,गर किसी ने किया बयां ए हकीकत तो वो रिश्ता हुआ रुखसत..ये भी एक हकीकत है। -
हकीकत में हकीकत किसी को नहीं सुननी,गर किसी ने किया बयां ए हकीकत तो वो रिश्ता हुआ रुखसत..ये भी एक हकीकत है।
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