इस इश्क़ के बंधन में हूँ मैं तो बस एक छोर ,अब घनी धूप में भी छाया है तेरी मोहब्बत का कोहरा घनघोर .. - मनीष कुमार
इस इश्क़ के बंधन में हूँ मैं तो बस एक छोर ,अब घनी धूप में भी छाया है तेरी मोहब्बत का कोहरा घनघोर ..
- मनीष कुमार