लफ़्ज़ों से रिश्ता इतना गहरा है।मेरे कलम उठाते हीनींद पे देते वो पहरा है।। -
लफ़्ज़ों से रिश्ता इतना गहरा है।मेरे कलम उठाते हीनींद पे देते वो पहरा है।।
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