हर बचपन ख़ूबसूरत नहीं होता है...
किसी के बचपन में मायूस अंधेरा भी होता है।
जरूरी नहीं कि हर बार गरीबी को दोष दिया जाए,
खिलौनों की बस्ती में बिन दोस्त,
अकेलापन राजा होता है।।
माना बच्चे रोते हैं चोट लगने पर और
एक अनाथ का जीवन कभी आसान नहीं होता है।
लेकिन कोई मासूम मां - बाप की बहस को देख,
चुपचाप सिसक कर रोते - रोते सोता है।।
हर एक हाथ स्नेह से भरा हो ये ज़रूरी नहीं,
कुछ छुअन घिनौनी होती है।
और कई बार बच्चा अपनी उम्र से,
पहले भी बड़ा होता है।।
बीमारी, लाचारी, अक्षमता और अनाथ,
ये सब न हो, तब भी कई बार...
बचपन खूबसूरत नहीं होता है।
हर बचपन खूबसूरत नहीं होता।।
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