Mahek Singh   (MAHEK)
113 Followers · 48 Following

read more
Joined 21 January 2018


read more
Joined 21 January 2018
16 APR 2022 AT 19:47

गुम है वो,
जो मुझे कभी मिला ही नहीं
लौट आया मैं उस राह से,
जहां मैं कभी गया ही नहीं
आता वो हर रोज़ है ख्वाबों में,
जो हकीकत में कभी मिला ही नहीं
हो न जाए वो गैरों का,
जो मेरा कभी था ही नहीं
शऊर ना मुझे मिरी उन्स का,
मैंने कभी किसी से प्यार किया ही नहीं

-


28 FEB 2020 AT 22:43

Chah ohde ucche
Pugaye ni jaane 
Ardasan kittiyan jide layi
Oh hunn pulaye ni jaane 
Jhakda oh chan wal
Toote kinne k taare ohde peeche hisab laaye ni jaane 
Wasda re sheher ohda marjana 
Hunn ohdi gali de raah metho btaye ni jaane 

-


9 NOV 2019 AT 0:15

समंदर हुआ जा रहा इंसान ये,
लबरेज़ है नीर से वो मगर,
बुझा ले वो किसी कि प्यास ऐसी उसमें बात नहीं

-


24 OCT 2019 AT 23:17

"we'll make it work,
You are my dawn,
we'll make through this darkness
And conquer the sky"

-


18 SEP 2019 AT 22:46

मासूमियत कुछ यूँ ज़ाया कर आया
आशियां टूटे परिंदो के
रो कर मैं घर को आया
बाँट रखी है दुनिया
अब तो मैने अपनों और गैरो मैं
इतनी शिद्दत से मुझे जिंदगी ने है नींद से उठाया

-


10 SEP 2019 AT 14:35

ये हिज्र ये वस्ल ये गज़ल अब बस भी कर मिरी
एक मैं ही मिला था ऐसी तदबीर से सताने को क्या

-


4 AUG 2019 AT 16:50

छत संभालता रहा मैं मिरी तमाम उम्र

नींव मेरे आँगन की रोती रही एक अरसे से

-


15 JUL 2019 AT 21:55

डूब गयी है कश्ती
अब हाथ न पकड़ाओ तुम
दफ़न हो गये है राज़ गहरे
उन्हे न अब रूशनाओ तुम
अभी-अभी पायाब हुऐ हैं जख्म मेरे
वस्ल कि साज़िशे लिए यूँ लौट कर न आओ तुम

-


12 JUL 2019 AT 14:31

लौट आता है वो शामे उसकी अकेली हो अगर
बहाने उसे ज्यादा आते नहीं मुझे याद करने के

-


19 MAY 2019 AT 19:03

अंजान हुआ जो शहर
मुझे भी मुसाफ़िर बन जाने दो
सबब न बने शायद अब लौटने का
दास्तान मेरी अब मुझे ही भूल जाने दो
न गुज़रा अगर उन राहों से
गलियों से तू भी पूछना मिरी
पता तेरे खाक हुऐ कुछ ख़त,
किताबों में बासित फूल और तेरी यादों का

-


Fetching Mahek Singh Quotes